लखनऊ में छात्र को कार में सहपाठी ने थप्पड़ मारे, मामला बढ़ता जा रहा है

लखनऊ, अमृत विचार । एमिटी विश्वविद्यालय की पार्किंग में लॉ छात्र को सहपाठी छात्रा और युवक ने कार में बैठाकर थप्पड़ मारे। आहत छात्र से कॉलेज जाना बंद कर दिया है। छात्र के पिता की शिकायत पर चिनहट पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र मिश्र ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।शेखर केसरवानी एमिटी विश्वविद्यालय में बीए एलएलबी का छात्र है। 11 जून को उसका घुटने के लिगामेंट का ऑपरेशन हुआ था। इससे दो माह तक वह विश्वविद्यालय नहीं जा सका।...

Sep 6, 2025 - 00:37
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लखनऊ में छात्र को कार में सहपाठी ने थप्पड़ मारे, मामला बढ़ता जा रहा है

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कम शब्दों में कहें तो, लखनऊ के एमिटी विश्वविद्यालय में एक छात्र को उसकी सहपाठी और एक युवक ने कार के अंदर गंभीर रूप से पीटा है। इस घटना की वजह से छात्र ने कॉलेज जाना बंद कर दिया है। चिनहट पुलिस ने छात्र के पिता की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच जारी है।

लखनऊ के अमृत विचार के अनुसार, एमिटी विश्वविद्यालय की पार्किंग में लॉ छात्र शेखर केसरवानी पर यह हमला हुआ। शेखर बीए एलएलबी का छात्र है, जिसे हाल ही में घुटने के लिगामेंट का ऑपरेशन करवाना पड़ा था। वह कई महीनों तक विश्वविद्यालय नहीं जा सका था और जैसे ही उसने 8 अगस्त को कॉलेज जाना शुरू किया, 26 अगस्त को उसे अपने दोस्तों के साथ पार्किंग में बैठा देखकर उसकी सहपाठी लड़की और युवक आयुष यादव ने उसके साथ इस प्रकार की हिंसा की।

सोशल मीडिया पर इस पिटाई का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दोनों ने शेखर को कार में कैद करके कई थप्पड़ मारे। जब शेखर ने अपनी गाल पर हाथ रखा, तो युवती ने उसे हटा दिया और इस दौरान आयुष ने भी थप्पड़ मारे। यह घटना बेहद गंभीर बताई जा रही है।

छात्र के पिता मुकेश केसरवानी ने बताया कि उनके बेटे की इस अभद्रता से असर इतना गहरा हुआ है कि उसने कॉलेज जाना छोड़ दिया है और वह अब डरा हुआ महसूस कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह साजिश के तहत किया गया हमला था। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से भी संपर्क किया है और आरोपी आयुष यादव, जाहृनवी, मिलाय बनर्जी, विवेक सिंह, और आर्यमन शुक्ला के खिलाफ तहरीर दी है।

चिनहट पुलिस के इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र मिश्र ने इस मामले को लेकर जानकारी दी है कि रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की जा रही है। यह घटना निश्चित रूप से विद्यार्थियों के बीच की हिंसा और असामाजिक तत्वों के खिलाफ एक सख्त कदम उठाने की जरुरत को उजागर करती है।

यह घटना न केवल शेखर के लिए बल्कि पूरे एमिटी विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए चेतावनी है कि उन्हें अपने आसपास की स्थिति के प्रति सचेत रहना चाहिए। ऐसी हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन और स्थानीय पुलिस को मिलकर काम करने की आवश्यकता है।

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इस घटना के बारे में आप क्या सोचते हैं? हमें अपने विचार बताएं।

टीम नेटा नगरी
साक्षी शर्मा

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