मोरादाबाद: युवक की हत्या, शव सड़क पर फेंका गया
पाकबड़ा, अमृत विचार। युवक की हत्या कर शव सड़क किनारे फेंककर हत्यारे फरार हो गए। गुरुवार सुबह इसकी जानकारी मिलने पर परिजन एवं पुलिस मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचायत नामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए। सीओ हाईवे ने घटना की जानकारी ली। बड़े भाई की तहरीर के आधार पर गांव के ही तीन पिता पुत्रों के खिलाफ पुलिस ने हत्या का मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। पुलिस तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। वजह अभी साफ नहीं है। सभी पहलुओं पर...
मोरादाबाद: युवक की हत्या, शव सड़क पर फेंका गया
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कम शब्दों में कहें तो, मोरादाबाद में एक युवक की धारदार हथियार से हत्या कर उसका शव सड़क किनारे फेंक दिया गया। पुलिस ने मामले में तीन आरोपी पिता-पुत्रों को हिरासत में लिया है। इसकी वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है, जबकि पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
पाकबड़ा थाना क्षेत्र के गांव गुरेठा के निवासी 22 वर्षीय योगेश, जो एक पेंटर था, बुधवार को अपने कार्य से घर लौटने के बाद शाम को साइकिल लेकर थोड़ी देर में आने की बात कहकर निकला था। उसके घर वापस नहीं लौटने पर परिजनों ने पहले से ही चिंता व्यक्त की और रात भर उसकी तलाश की। लेकिन गुरुवार की सुबह उसकी लाश अगवानपुर बाईपास पर मोड़ा तैय्या कब्रिस्तान के समीप मिली।
वहीं पर शव के माथे और सिर पर गंभीर घाव मिले थे। सुबह जब लोग सड़क पर जा रहे थे, तो उन्हें शव मिला, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने शव की शिनाख्त की और यह योगेश के रूप में पुष्टि हुई। थानाध्यक्ष योगेश कुमार मावी ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया और फोरेंसिक टीम को सभी साक्ष्य जुटाने के लिए बुलाया।
पुलिस की कार्रवाई और उससे जुड़ी जानकारी
योगेश के बड़े भाई के आधार पर पुलिस ने गांव के तीन पिता-पुत्रों, गौरव, कपिल, और शोभाराम के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। सभी तीनों आरोपियों का गांव के करीब ही निवास है। पुलिस ने इन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। घटना की वजह अभी स्पष्ट नहीं है और पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है। एजेंसियों को यह जानने में दिलचस्पी है कि हत्या के पीछे क्या कारण था और क्या ये किसी व्यक्तिगत रंजिश का परिणाम था।
परिवार पर पड़े आघात के प्रभाव
योगेश को अपने परिवार में पांचवें नंबर की संतान माना जाता था। उसके बड़े भाई उमेश, संजय और बहनें बेबी, सलोनी और शशि इस हालात पर संतुलन बनाए रखने में असमर्थ हैं और उनकी मां ऊषा देवी का बुरा हाल है। परिवार में इस घटना से गहरा शोक है। समाज में ऐसी घटना से न केवल परिवार को नुकसान होता है, बल्कि पूरे गांव में भय का माहौल भी बन जाता है।
घटनास्थल की स्थिति
जहां योगेश का शव मिला, वहीं उसका मोबाइल भी पड़ा हुआ था। इसके अलावा वहां बीयर की कुछ कैन और घास भी अस्त-व्यस्त अवस्था में दिखी। इससे पुलिस को संदेह हुआ है कि शायद यह एक पूर्वनियोजित हत्या हो सकती है। ऐसे साक्ष्य घटनाक्रम को और भी जटिल बना सकते हैं। सभी साक्ष्यों को इकट्ठा करने और इस मामले की जांच की दिशा में पुलिस ने अग्रिम कदम उठाने का मन बना लिया है।
इस घटना ने हत्या की बढ़ती घटनाओं पर सवाल उठाए हैं, और स्थानीय प्रशासन को इस दिशा में क्या ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, यह देखना बाकी है।
इस घटना से संबंधित और अधिक जानकारी के लिए कृपया हमारी वेबसाइट पर जाएँ: Netaa Nagari.
भविष्य में इस प्रकार की हत्याओं को रोकने के लिए प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी होगी ताकि समाज में भय का वातावरण कम हो।
— टीम नेटaa नागरी, प्रियंका
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