मुरादाबाद पंचायत चुनाव: कांग्रेस ने हर सीट पर उतारेगी अपना प्रत्याशी
मुरादाबाद, अमृत विचार। जिला कांग्रेस कमेटी की गुरुवार को हुई मासिक बैठक में पंचायत और विधानसभा चुनावों में गठबंधन से दूरी बनाने और बाहरी नेताओं को तरजीह न देने का सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। साथ ही निष्क्रिय पदाधिकारियों को हटाने पर भी सहमति जताई गई। स्पष्ट किया कि भविष्य में कोई भी चुनाव गठबंधन के साथ नहीं लड़ा जाएगा। गुरहट्टी स्थित पार्टी के कार्यालय के क्षतिग्रस्त होने के कारण बैठक जिला कांग्रेस के महासचिव अशरफ अली घोसी के चक्कर की मिलक स्थित आवास पर हुई। इसमें जिले के सभी ब्लॉकों से पदाधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में नेताओं ने...
मुरादाबाद पंचायत चुनाव: कांग्रेस ने हर सीट पर उतारेगी अपना प्रत्याशी
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कम शब्दों में कहें तो, मुरादाबाद के जिला कांग्रेस कमेटी ने हाल ही में हुई मासिक बैठक में पंचायत और विधानसभा चुनावों के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। कांग्रेस का ऐलान है कि वह हर सीट पर अपने प्रत्याशी उतारेगी, जो पार्टी के भविष्य की रणनीति का एक महत्वपूर्ण भाग है।
गठबंधन से दूरी और पदाधिकारियों की समीक्षा
बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि कांग्रेस अब किसी भी चुनाव को गठबंधन के बल पर नहीं लड़ेगी। इस निर्णय से यह स्पष्ट होता है कि पार्टी अपने आंतरिक नेतृत्व को मजबूत बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है। गौरतलब है कि यह बैठक गुरहट्टी स्थित पार्टी कार्यालय की जगह, जिला कांग्रेस के महासचिव अशरफ अली घोसी के आवास पर आयोजित की गई, क्योंकि पार्टी कार्यालय को नुकसान पहुँच चुका था।
पंचायत चुनाव में कांग्रेस की नई अप्रोच
बैठक में जिला अध्यक्ष विनोद गुम्बर ने लोकसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं के अपमान पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सभी जिला पंचायत सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी, ताकि चुनावी मुकाबले में बेहतर स्थिति बना सके। यह एक रणनीतिक माद्दा है जो पार्टी को चुनावी वृद्धि में मदद कर सकता है।
प्रत्याशी चयन प्रक्रिया और ग्रामीण भावना
गुम्बर ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रत्याशियों का चयन करने की प्रक्रिया लगातार चल रही है और पार्टी यह सुनिश्चित करेगी कि बाहरी उम्मीदवारों को टिकट न दिया जाए। इस नीति का उद्देश्य देहात क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की इच्छाओं को ध्यान में रखना है। बैठक के दौरान, महापुरुषों के नाम पर न्याय पंचायतों के गठन की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में पहुँच चुकी है, जो कि ग्रामीण विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है।
बैठक में शामिल नेताओं के विचार
बैठक में कई प्रमुख नेताओं ने भाग लिया, जिनमें अमीरुल हसन जाफरी, संजीव सिंघल, और शिशुपाल जाटव शामिल हैं। सभी नेताओं ने निष्क्रिय पदाधिकारियों को हटाने के प्रस्ताव पर सहमति जताई और संगठन में अधिक कार्यकुशलता स्थापित करने का संकल्प लिया।
भविष्य की रणनीति और कांग्रेस का अता-पता
बैठक के अंतिम निष्कर्षों के अनुसार, यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस आगामी पंचायत चुनाव में सशक्त भागीदारी के लिए तत्पर है। यह पार्टी के लिए एक नई शुरुआत हो सकती है, जिसमें वे अपने स्थायी समर्थकों को पुनः संगठित करने का प्रयास करेंगे।
कांग्रेस का यह कदम पार्टी के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है। इससे न केवल संगठनात्मक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल भी ऊँचा रहेगा। कांग्रेस के इस नए निर्णय का प्रभाव आगामी चुनावों पर निश्चित ही पड़ेगा।
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टीम Netaa Nagari
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