ब्रिक्स का आतंकवाद पर स्पष्ट संदेश: पाकिस्तान को मिला बड़ा झटका!
रियो डी जनेरियो: ब्राजील के रियो डी जनेरियो में रविवार को आयोजित 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर करारा झटका लगा। ब्रिक्स ने अपने संयुक्त बयान में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कठोर निंदा की। क्वाड के बाद यह दूसरा अवसर है जब किसी अंतरराष्ट्रीय मंच ने पहलगाम हमले की निंदा की हो। ब्रिक्स ने अपने बयान में न केवल हमले की भर्त्सना की, बल्कि आतंकवादियों और उनके समर्थकों को जवाबदेह ठहराने की प्रतिबद्धता भी दोहराई। पहली बार उठा ऐसा कदम यह पहला मौका है जब ब्रिक्स जैसे महत्वपूर्ण मंच ने भारत में...

ब्रिक्स का आतंकवाद पर स्पष्ट संदेश: पाकिस्तान को मिला बड़ा झटका!
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - Netaa Nagari
रियो डी जनेरियो: ब्राजील के रियो डी जनेरियो में हाल ही में संपन्न हुए 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में, पाकिस्तान को एक महत्वपूर्ण झटका लगा है। इस उच्चस्तरीय मंच से, ब्रिक्स ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकवादी घटना की सख्त निंदा की। इससे यह स्पष्ट होता है कि वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता और जीरो टॉलरेंस की नीति को प्राथमिकता दी जा रही है।
कम शब्दों में कहें तो, यह QUAD के बाद दूसरा मौका है जब किसी अंतरराष्ट्रीय मंच ने पहलगाम हमले की निंदा की है, जिससे पाकिस्तान को बार-बार चेतावनी मिल रही है कि आतंकवाद से कोई सहानुभूति नहीं होगी।
ब्रिक्स का सख्त रुख
ब्रिक्स, जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं, ने इस सम्मेलन में आतंकवाद के खिलाफ अपनी रक्षा करने की ठान ली है। यह पहली बार है जब इस मंच ने आतंकवाद के प्रायोजकों की ओर भी इशारा करते हुए, भारत में आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है।
संयुक्त बयान का महत्व
ब्रिक्स के संयुक्त बयान में कहा गया, "हम 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़े निंदा करते हैं।" इस घटना में 26 लोगों की जान गई और कई अन्य घायल हुए। इस बयान ने आतंकवाद के विभिन्न रूपों, सीमा पार आतंकियों की आवाजाही, और आतंकवाद के वित्तपोषण के खिलाफ सभी सदस्य देशों की साझा प्रतिबद्धता को दिखाया। यह भी कहा गया कि आतंकवाद को किसी धर्म या राष्ट्र से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।
सचिव का बयान
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में सचिव (आर्थिक संबंध) दम्मू रवि ने कहा, "ब्रिक्स के सभी सदस्य देशों ने भारत का समर्थन किया और पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए इसकी कड़ी निंदा की।" यह वाक्य आतंकवाद के खिलाफ सभी सदस्यों की सहमति का स्पष्ट उदाहरण है।
प्रधानमंत्री मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन में पाकिस्तान की कड़े शब्दों में आलोचना की और वैश्विक नेताओं से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा, "पहलगाम हमला केवल भारत का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह मानवता और वैश्विक शांति पर किया गया हमला है।" उनका यह बयान इस बात को दर्शाता है कि आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
इस प्रकार, ब्रिक्स द्वारा उठाए गए इस कदम से स्पष्ट हो गया है कि आतंकवाद की समस्या न केवल क्षेत्रीय है, बल्कि यह वैश्विक संकट बन चुका है। यह पाकिस्तान जैसे देशों के लिए एक कड़ा संदेश है, जो आतंकवाद को समर्थन देने वाले हैं। आतंकवाद के खिलाफ इस तरह का ठोस रुख रखना न केवल सकारात्मक है, बल्कि यह सभी देशों को एकजुट होकर इस समस्या का समाधान निकालने की दिशा में प्रेरित करता है।
ब्रिक्स के इस प्रकार के संयुक्त कदम से वैश्विक जागरूकता बढ़ती है और इससे आतंकवाद की समस्या का प्रभावी समाधान निकाला जा सकता है। और जानने के लिए, यहाँ क्लिक करें: Netaa Nagari
यह भी पढ़ें: UP Monsoon: पश्चिमी यूपी के 16 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी, जानें कब सुहाना होगा लखनऊ का मौसम
लेखक: राधिका शर्मा, साक्षी वर्मा
टीम Netaa Nagari
Keywords:
global terrorism, BRICS summit, Pakistan response, Jammu Kashmir attack, international relations, Quad statement, Prime Minister Modi, terrorist financing, zero tolerance policy, global unity against terrorismWhat's Your Reaction?






