ब्रजेश पाठक का जन्मदिन विशेष: 25 जून को जन्मे UP के उपमुख्यमंत्री – राजनीति की सफर पर डाले एक नज़र
Birthday Special: उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा और दमदार ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले ब्रजेश पाठक आज 61 साल के हो गए हैं। पेशे से अधिवक्ता, और राजनीति में जनसेवा के मजबूत स्तंभ बन चुके पाठक का जन्म 25 जून 1964 को उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के मल्लावां कस्बे में हुआ था। … The post Birthday Special: 25 जून को जन्मे UP के डिप्टी CM ब्रजेश पाठक – जानिए उनकी राजनीति की पूरी कहानी appeared first on Bharat Samachar | Hindi News Channel.

ब्रजेश पाठक का जन्मदिन विशेष: 25 जून को जन्मे UP के उपमुख्यमंत्री – राजनीति की सफर पर डाले एक नज़र
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - Netaa Nagari
कम शब्दों में कहें तो, आज उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक अहम और प्रभावशाली नाम के तौर पर जाने जाने वाले ब्रजेश पाठक 61 साल के हो गए हैं। पेशे से एक अधिवक्ता, पाठक ने जनसेवा में अपने करियर को परिभाषित किया है। उनका जन्म 25 जून 1964 को उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के मल्लावां कस्बे में हुआ था। आइए इनकी राजनीति में यात्रा, संघर्ष और उपलब्धियों का विस्तृत अवलोकन करते हैं।
छात्र राजनीति से की शुरुआत
ब्रजेश पाठक ने अपनी कानून की शिक्षा लखनऊ विश्वविद्यालय से प्राप्त की। छात्र जीवन में, उनकी राजनीति के प्रति गहरी रुचि विकसित हुई, जिसके परिणामस्वरूप वह 1989 में छात्रसंघ के उपाध्यक्ष बने। 1990 में, उन्होंने अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ा, जिससे उनकी राजनीतिक यात्रा का आरंभ हुआ। बाद में, 2002 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल सकी।
बसपा से मिली पहचान
2004 में ब्रजेश पाठक ने कांग्रेस को छोड़ कर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का दामन थाम लिया। उन्नाव से सांसद निर्वाचित होने के बाद, उन्होंने मायावती के नेतृत्व में महत्वपूर्ण राजनीतिक जिम्मेदारियां निभाईं और राज्यसभा के सदस्य के रूप में भी सेवा की। उनके राजनीतिक सफर में उनकी पत्नी नम्रता पाठक भी सक्रिय रहीं और राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष का पद ग्रहण किया।
भाजपा में नया अध्याय
2016 में ब्रजेश पाठक ने बसपा का साथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने का निर्णय लिया। 2017 में लखनऊ सेंट्रल से चुनाव जीतकर वह योगी आदित्यनाथ की सरकार में कानून मंत्री बने। वर्तमान में, वह उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री हैं और चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग का कार्यभार भी संभालते हैं।
संघर्ष और सफलताओं की कहानी
ब्रजेश पाठक का राजनीतिक करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। उनके विनम्र स्वभाव, कानूनी ज्ञान, और प्रशासनिक क्षमता ने उन्हें यूपी बीजेपी का एक महत्वपूर्ण चेहरा बना दिया है। उन्होंने राजनीति में आए कठिन समय में कभी भी संघर्ष नहीं छोड़ा, उनकी स्थिरता और दृढ़ता उन्हें प्रेरणास्रोत बनाती है।
निजी जीवन की झलक
ब्रजेश पाठक के पिता का नाम सुरेश पाठक था, जो एक साधारण परिवार से थे। उनकी पत्नी नम्रता पाठक और तीन बच्चे हैं। उनका जीवन सबको यह सिखाता है कि यदि इरादे मजबूत हों, तो मेहनत के जरिए किसी भी लक्ष को प्राप्त किया जा सकता है।
उनके जन्मदिन के अवसर पर हम उन्हें शुभकामनाएँ देते हैं, और उनके राजनीतिक सफर की समीक्षा करते हैं, जो हमें राजनीति और समाज सेवा के प्रति प्रेरित करता है।
अधिक जानकारी के लिए, कृपया यहाँ क्लिक करें.
टीम नेटा नागरी
What's Your Reaction?






