बाराबंकी में मंत्री सुरेश राही का बयान- भारत को फिर से बनाना है सोने की चिड़िया
बाराबंकी, अमृत विचार। भारतीय जनता पार्टी के आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं। यह अभियान 25 सितंबर से शुरू होकर 25 दिसंबर अटल जयंती तक चलेगा। मंगलवार को जिला पंचायत सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता एवं व्यापारी सम्मेलन में कारागार राज्य मंत्री व जनपद प्रभारी मंत्री सुरेश राही ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत केवल एक नारा नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का सशक्त संकल्प है, जिसमें हर नागरिक की भागीदारी अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि स्वदेशी, स्वभाषा और स्वभूषा की त्रिवेणी के बल पर ही भारत आत्मनिर्भर बनेगा। मुगलों से पहले...

बाराबंकी में मंत्री सुरेश राही का संदेश: आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान
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कम शब्दों में कहें तो, बाराबंकी में कारागार राज्य मंत्री सुरेश राही ने आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान की महत्वपूर्ण घोषणा की है। यह अभियान 25 सितंबर से शुरू होकर 25 दिसंबर अटल जयंती तक चलेगा।
बाराबंकी, अमृत विचार। भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान के तहत जन-जन तक पहुंचने के प्रयासों में तेजी लाई जा चुकी है। इस अभियान की शुरुआत 25 सितंबर को हुई थी, और यह 25 दिसंबर को अटल जयंती के अवसर पर समाप्त होगा।
मंगलवार को जिला पंचायत सभागार में आयोजित एक प्रेस वार्ता और व्यापारी सम्मेलन में, मंत्री सुरेश राही ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत केवल एक नारा नहीं है, बल्कि यह राष्ट्र निर्माण का एक सशक्त संकल्प है। उन्होंने कहा कि इस संकल्प की पूर्ति के लिए हर नागरिक की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।
स्वदेशी की महत्ता
राही ने अपने संबोधन में कहा कि स्वदेशी, स्वभाषा और स्वभूषा की त्रिवेणी के माध्यम से ही भारत आत्मनिर्भर बनेगा। मंत्री ने उल्लेख किया कि मुगलों से पहले भारत हर क्षेत्र में सक्षम था और अब एक बार फिर से स्वदेशी अपनाकर भारत को उसकी पुरानी गरिमा पर पहुँचाने का समय आ गया है।
मंत्री सुरेश राही ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा launched किए गए 'मेक इन इंडिया', 'स्टार्टअप इंडिया', 'डिजिटल इंडिया', और 'वोकल फॉर लोकल' जैसे अभियानों ने करोड़ों युवाओं, किसानों और उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनाया है।
आर्थिक, सामाजिक और वैचारिक आत्मनिर्भरता
उन्होंने यह भी कहा कि आत्मनिर्भरता केवल आर्थिक नहीं है, बल्कि यह सामाजिक, तकनीकी और वैचारिक वैभव का भी प्रतीक है। आज भारत योग, आयुर्वेद, खादी और पारंपरिक उद्योगों के माध्यम से वैश्विक पहचान बना चुका है।
सम्मेलन की उपस्थिति
इस सम्मेलन में कई प्रमुख नेता और संदर्भित लोग मौजूद थे, जिनमें जिला अध्यक्ष अरविंद मौर्य, एससी एसटी आयोग के प्रदेश अध्यक्ष बैजनाथ रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत, एमएलसी अंगद सिंह, पूर्व विधायक शरद अवस्थी, डॉक्टर राम कुमारी मौर्य और अन्य कई गणमान्य व्यक्ति शामिल थे।
मंत्री सुरेश राही के इस बयान से ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार आत्मनिर्भरता की दिशा में गंभीर है और यह हर नागरिक को जोड़ने का प्रयास कर रही है। यह अभियान न केवल आर्थिक विकास को गति देने का प्रयास है, बल्कि यह समाज में एकता और समानता की भावना को भी बल देगा।
सरकार की कवायदें एक सकारात्मक संकेत देती हैं कि भारत एक बार फिर से उस उच्चतम शिखर को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है जहाँ वह सोने की चिड़िया के रूप में पहचाना जाता था।
इस अभियान के बारे में और अधिक जानने के लिए, आप हमारे पोर्टल Netaa Nagari पर जा सकते हैं।
सादर,
टीम नेटaa नगरी
रेणुका शर्मा
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