देहरादून: जैन समाज सम्मेलन में सीएम धामी ने लिया जैन धर्म गुरुओं का आशीर्वाद
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को श्री दिगम्बर जैन पंचायती मंदिर में आयोजित जैन समाज सम्मेलन में प्रतिभाग किया और जैन धर्म गुरुओं का आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि आचार्य सौरभ सागर मुनि जी महाराज का जीवन संयम,त्याग और अहिंसा के अद्वितीय आदर्शों का प्रतीक है। सौरभांचल तीर्थ और जीवन आशा अस्पताल उनके दूरदर्शी […] The post Dehradun:-श्री दिगम्बर जैन पंचायती मंदिर में आयोजित जैन समाज सम्मेलन में शामिल हुए सीएम धामी,जैन धर्म गुरुओं का लिया आशीर्वाद appeared first on संवाद जान्हवी.

देहरादून: जैन समाज सम्मेलन में सीएम धामी ने लिया जैन धर्म गुरुओं का आशीर्वाद
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कम शब्दों में कहें तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्री दिगम्बर जैन पंचायती मंदिर में आयोजित जैन समाज सम्मेलन में प्रतिभाग किया और जैन धर्म गुरुओं का आशीर्वाद लिया। उन्होंने आचार्य सौरभ सागर मुनि जी के आदर्शों को सराहा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को श्री दिगम्बर जैन पंचायती मंदिर में आयोजित जैन समाज सम्मेलन में भाग लिया, जिसमें उन्होंने जैन धर्म गुरुओं का आशीर्वाद भी लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आचार्य सौरभ सागर मुनि जी महाराज का जीवन संयम, त्याग और अहिंसा के अद्वितीय आदर्शों का प्रतीक है। उनका योगदान न केवल जैन धर्म के अनुयायियों के लिए बल्कि समाज के लिए भी प्रेरणादायक है। सौरभांचल तीर्थ और जीवन आशा अस्पताल जैसे संस्थान उनके दूरदर्शी नेतृत्व और करुणा के उत्कृष्ट उदाहरण हैं, जो समाज को धर्म और सेवा के मार्ग पर अग्रसर कर रहे हैं।

सीएम धामी ने कहा कि जैन धर्म का मुख्य संदेश यह है कि अहिंसा ही वीरता का धर्म है। जैन समाज ने संगठन और सामाजिक एकता का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के समग्र विकास के प्रति संकल्पबद्ध है और उत्तराखंड को पहले राज्य बना दिया है जिसने 'समान नागरिक संहिता' लागू की है। इसके आलोक में, नकल विरोधी कानून के लागू होने के बाद, 25 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियों में सफलता मिली है।
मुख्यमंत्री ने जैन समुदाय को आश्वस्त किया कि देवभूमि उत्तराखंड की डेमोग्राफी को संरक्षित रखना उनकी प्राथमिकता है। धर्मांतरण विरोधी और दंगा विरोधी कानूनों को लागू करने के लिए सरकार अपनी प्रतिबद्धता को दृढ़ करती है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 9 हजार एकड़ से अधिक सरकारी भूमि को अवैध कब्जों से मुक्त किया गया है। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि जैन कल्याण बोर्ड के गठन के संबंध में प्राप्त सुझावों पर राज्य सरकार गंभीरतापूर्वक विचार करेगी।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि जैन समाज आगे भी उत्तराखंड के समग्र विकास में योगदान देता रहेगा। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के अलावा, रविंद्र मुनि जी महाराज, राजेश मुनि जी महाराज, विधायक विनोद चमोली, खजानदास, पद्मश्री डॉ. आर.के. जैन एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
इस आयोजन ने जैन समुदाय के सदस्यों को एकजुट करने और सामाजिक एकता को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान किया। जैन धर्म के अनुयायियों ने इस कार्यक्रम को सकारात्मक रूप से सराहा, जिसमें उन्होंने अपनी आवाज और विचारों को एक मंच पर साझा किया।
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सादर,
टीम नेटा नगरी
राधिका शर्मा
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