गोरखपुर में विजयादशमी पर सीएम योगी ने दिये महत्वपूर्ण संदेश, बुलेटप्रूफ रथ में शोभायात्रा का किया नेतृत्व
गोरखपुर। गोरखपुर में दशहरे के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर से विजयदशमी की पारंपरिक शोभायात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पारंपरिक पोशाक में रथ पर सवार होकर गोरखनाथ मंदिर से मानसरोवर के लिए प्रस्थान किए। रास्ते में जगह-जगह श्रद्धालुओं और नागरिकों ने उनका अभिनंदन किया और उनका स्वागत भावपूर्ण ढंग से किया। शोभायात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखने के लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग पूरी तरह सक्रिय थे। इस दौरान एडीजी जोन मुथा अशोक जैन, डीआईजी रेंज एस. चन्नप्पा, जिलाधिकारी दीपक मीणा, एसएसपी राज करन नय्यर, एसपी सिटी अभिनव त्यागी सहित अपर आयुक्त, एसडीएम, तहसीलदार एवं...

गोरखपुर में विजयादशमी पर सीएम योगी ने दिये महत्वपूर्ण संदेश, बुलेटप्रूफ रथ में शोभायात्रा का किया नेतृत्व
गोरखपुर। गोरखपुर में दशहरे के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर से विजयादशमी की पारंपरिक शोभायात्रा का आयोजन हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलेटप्रूफ रथ में सवार होकर मंदिर से मानसरोवर की ओर प्रस्थान किया। हजारों श्रद्धालुओं और नागरिकों ने जगह-जगह उन्हें भावपूर्ण तरीके से स्वागत किया। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने के लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग ने पूरी तरह से सक्रियता दिखाई। सुरक्षा में जुटे अधिकारियों में एडीजी जोन मुथा अशोक जैन, डीआईजी रेंज एस. चन्नप्पा, जिलाधिकारी दीपक मीणा, एसएसपी राज करन नय्यर, एसपी सिटी अभिनव त्यागी समेत अनेक वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
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कम शब्दों में कहें तो, गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विजयादशमी की शोभायात्रा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए समाज के विभाजनकारी तत्वों के प्रति चेतावनी दी है, जिन्हें आज भी रामायण और महाभारत के खल पात्रों से तुलना किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा, "समाज को बांटने वाली और सुरक्षा के लिए खतरनाक ताकतें सदा से मौजूद रही हैं। उनका संहार हमेशा सनातन धर्म की एकता के माध्यम से ही किया गया। आज भी रामायण और महाभारत के खल पात्र बदले नामों और रूपों में हमारे बीच हैं।" उन्होंने समाज के सभी सदस्यों को सतर्क रहने की सलाह दी। योगी ने स्पष्ट किया कि हमारे देश में सनातन धर्म ही सम्पूर्ण जगत की सुरक्षा की गारंटी है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि विजयादशमी का पर्व अधर्म और अत्याचार पर विजय प्राप्त करने का प्रतीक है। "रावण का पुतला दहन करते समय हम प्रभु श्रीराम के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करते हैं," उन्होंने कहा। वह रामलीला के मंच पर भगवान श्रीराम का राजतिलक करने के बाद जनसमूह को संबोधित कर रहे थे।
योगी ने कहा, "राम और कृष्ण की श्रद्धा विपरीत परिस्थितियों में भी हमें नई ऊर्जा प्रदान करती है। यह ऊर्जा ही सनातन धर्म की सबसे बड़ी ताकत है।" उन्होंने यह भी कहा कि इस देश में कुछ लोग हैं जो अपने धर्म और विरासत पर गर्व महसूस नहीं करते और ऐसे लोग समाज में नहीं टिकते।
इस विशेष अवसर पर गोरखपुर में सांसद रवि किशन, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, तथा अन्य प्रमुख नेता और धार्मिक हस्तियां मौजूद थीं। सभी ने मिलकर इस पावन पर्व का जश्न मनाया और मुख्यमंत्री के संदेश को सुनकर अपनी एकता का प्रदर्शन किया।
सीएम योगी के इस कार्यक्रम ने न केवल धार्मिक भावनाओं को जगाया, बल्कि समाज में एकता और भाईचारे की भावना को भी मजबूती प्रदान की।
इस शुभ अवसर पर सभी उपस्थित लोगों ने विजयादशमी और इस पवित्र पर्व की शुभकामनाएं दीं, और रामलीला के मंच से सीएम योगी का धन्यवाद किया।
बिल्कुल साफ है कि समाज में एकता के लिए हमें हमेशा सतर्क रहना होगा, और अपने इतिहास के खल पात्रों को पहचानकर आगे बढ़ना होगा।
टीम नेटAA नागरी
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