पूर्व सैनिकों के लिए चार राज्यों में रोजगार के नए अवसर - उपनल ने मंत्री को दी जानकारी
देहरादून: उपनल के प्रबंध निदेशक ब्रिगेडियर जे०एन०एस० बिष्ट (से.नि.) ने विभागीय मंत्री गणेश जोशी को एक बैठक के दौरान अवगत कराया कि पूर्व सैनिकों के लिए रोजगार अवसरों का दायरा… Source Link: चार राज्यों में पूर्व सैनिकों को मिली अतिरिक्त नौकरी का अवसर – उपनल एमडी ने विभागीय मंत्री को दी जानकारी

पूर्व सैनिकों के लिए चार राज्यों में रोजगार के नए अवसर - उपनल ने मंत्री को दी जानकारी
देहरादून: यूं तो देश के पूर्व सैनिक हमेशा से हमारे समाज का महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं, लेकिन अब उन्हें रोजगार के नए अवसरों का लाभ भी मिलने जा रहा है। उपनल के प्रबंध निदेशक ब्रिगेडियर जे०एन०एस० बिष्ट (से.नि.) ने हाल ही में एक बैठक में विभागीय मंत्री गणेश जोशी को यह जानकारी दी कि पूर्व सैनिकों के लिए रोजगार के नए अवसर और विस्तारित किए गए हैं।
चार राज्यों में मिले अतिरिक्त कॉन्ट्रैक्ट्स
ब्रिगेडियर बिष्ट ने बताया कि भारतीय सेना के पूर्व सैनिकों के पुनर्वास के लिए कार्यरत डायरेक्टोरेट जनरल रीसैटलमेंट (डीजीआर) ने मणिपुर, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और दिल्ली जैसे चार राज्यों में पूर्व सैनिकों के लिए अतिरिक्त कॉन्ट्रैक्ट्स स्वीकृत किए हैं। उन्होंने कहा कि इन कॉन्ट्रैक्ट्स के माध्यम से पूर्व सैनिकों को प्रशिक्षण, योग्यता के अनुसार कार्य, और अच्छी आय का मार्ग प्रशस्त होगा।
रोजगार के अवसर, सामाजिक सुरक्षा
इस पहल का मुख्य उद्देश्य पूर्व सैनिकों को सशक्त बनाना है। ब्रिगेडियर बिष्ट ने कहा कि उपनल इस दिशा में लगातार काम कर रहा है कि पूर्व सैनिकों को अधिकतम संख्या में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा सकें। रोजगार न केवल पूर्व सैनिकों की आजीविका को सुदृढ़ करेगा, बल्कि उनके मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाने में मदद करेगा।
मंत्री गणेश जोशी की सराहना
विभागीय मंत्री गणेश जोशी ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह कदम पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के प्रयास से पूर्व सैनिकों को अपनी पहचान और सामर्थ्य को साबित करने का एक अवसर मिलेगा, जिससे उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने में मदद मिलेगी।
टीम उपनल की प्रतिबद्धता
ब्रिगेडियर बिष्ट ने यह भी कहा कि उपनल का उद्देश्य सिर्फ रोजगार ही नहीं, बल्कि समाज में पूर्व सैनिकों की भूमिका को भी मजबूत करना है। उन्होंने आग्रह किया कि समाज को भी चाहिए कि वो पूर्व सैनिकों को सामाजिक सुरक्षा, सम्मान, और रोजगार में सहयोग दे।
इस बैठक में उपनिदेशक विंग कमांडर (सेनि.) निधि बधानी भी उपस्थित थीं, जिन्होंने इस अवसर पर अपने विचार साझा किए और बैठक को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कम शब्दों में कहें तो, यह पहल पूर्व सैनिकों के लिए एक सुनहरा अवसर साबित हो सकती है। रोजगार के नए कॉन्ट्रैक्ट्स के माध्यम से उनके जीवन में स्थिरता और सम्मान लौटाया जा सकता है।
फिर भी, समाज को चाहिए कि वह इन युद्धरत पूर्व सैनिकों के प्रयासों को सरहाने के साथ-साथ उनके उत्थान के लिए हर संभव सहायता प्रदान करे।
इन सभी सकारात्मक प्रयासों के बारे में अधिक जानने के लिए, आप हमारी वेबसाइट पर जा सकते हैं: Netaa Nagari
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सादर,
टím Netaa Nagari
साक्षी शर्मा
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