खल्लपुर का अधूरा पुल: नया डिज़ाइन मंजूर, बजट का इंतज़ार शुरू
बरेली, अमृत विचार। फरीदपुर के खल्लपुर में रामगंगा नदी पर बने अधूरे पुल के निर्माण कार्य को गति मिलने की उम्मीद है। इस पुल के रिवाइज 162 करोड़ रुपये के एस्टीमेट की मंजूरी मिल गई है। अब लोक निर्माण विभाग बजट की प्रतीक्षा कर रहा है। अधिकारियों के अनुसार, अक्टूबर माह में बजट मिलने की संभावना है। इसके बाद पुल की एप्रोच रोड का निर्माण कार्य पूरा किया जा सकेगा। गौरतलब है कि 24 नवंबर 2024 को इस अधूरे पुल से एक कार गिर गई थी। इसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद शासन स्तर...

खल्लपुर का अधूरा पुल: नया डिज़ाइन मंजूर, बजट का इंतज़ार शुरू
बरेली, अमृत विचार। फरीदपुर के खल्लपुर में रामगंगा नदी पर बने अधूरे पुल के निर्माण कार्य को गति मिलने की उम्मीद है। इस पुल के रिवाइज 162 करोड़ रुपये के एस्टीमेट को मंजूरी मिल गई है। अब लोक निर्माण विभाग बजट की प्रतीक्षा कर रहा है। अधिकारियों के अनुसार, अक्टूबर महीने में बजट मिलने की संभावना जताई गई है, इसके बाद पुल की एप्रोच रोड का निर्माण कार्य पूरा किया जा सकेगा।
कम शब्दों में कहें तो, पुल के निर्माण में देरी को खत्म करने के लिए कदम बढ़े हैं, और यह क्षेत्र के विकास में एक महत्वपूर्ण बिंदु साबित हो सकता है।
पुल से जुड़ी त्रासदी और सुधार के कदम
यहाँ महत्वपूर्ण है कि 24 नवंबर 2024 को इस अधूरे पुल से एक कार गिर गई थी जिसमें तीन लोगों की जान गई थी। इस हादसे के बाद शासन स्तर पर जांच शुरू की गई और आईआईटी रुड़की के अभियंताओं से मॉडल स्टडी कराई गई। इसके बाद पुल की लंबाई 150 मीटर बढ़ाने के लिए सेतु निगम ने 45 करोड़ रुपये और लोक निर्माण विभाग ने 117 करोड़ रुपये का एस्टीमेट तैयार किया था।
लोक निर्माण विभाग ने जून महीने में एस्टीमेट को मुख्यालय भेजा, लेकिन उस पर आपत्ति लगाते हुए सेतु निगम के एस्टीमेट को निर्धारित प्रारूप पर रिवाइज करके भेजने के निर्देश दिए गए। इस रिवाइज एस्टीमेट में सेतु निगम का प्रस्ताव घटकर 43 करोड़ रुपये रह गया था, जबकि पीडब्ल्यूडी के एस्टीमेट में कोई बदलाव नहीं किया गया था।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता अजय कुमार ने बताया कि शासन स्तर से 162 करोड़ के एस्टीमेट का तकनीकी मूल्यांकन कर लिया गया है। अब बजट का इंतजार करते हुए, निर्माण कार्य जल्द शुरू होने की संभावना है। पुल के निर्माण से फरीदपुर और बदायूं के दातागंज के बीच आवागमन आसान हो जाएगा, जिससे क्षेत्र के हजारों लोगों को लाभ होगा।
आशा की किरण
इस पुल की पूर्णता, न केवल स्थानीय लोगों के लिए यात्रा को आसान बनाएगी, बल्कि एक सहायक संरचना के रूप में भी कार्य करेगी। इससे स्थानीय व्यवसाय को भी बढ़ावा मिलेगा और आने वाले समय में यह क्षेत्र विकास के नए अवसरों का गवाह बनेगा।
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टीम नेटaa नगरी - प्रिया शर्मा
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