बेसो नदी में तीन मासूम बच्चों के शव मिले, जांच शुरू - Netaa Nagari

आजमगढ़/जौनपुर। रविवार की शाम आजमगढ़ और जौनपुर की सीमा पर स्थित बेसो नदी में तीन मासूम बच्चों के शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। यह घटना दीदारगंज थाना (आजमगढ़) और खेतासराय थाना (जौनपुर) क्षेत्र की सीमा पर हुई। जानकारी के अनुसार, भादो-सोगर मार्ग के पास मछली पकड़ रहे ग्रामीणों ने देखा कि एक … The post बेसो नदी में बेडशीट में लिपटे मिले 3 मासूम बच्चों के शव, पुलिस ने शुरू की जांच appeared first on Bharat Samachar | Hindi News Channel.

Sep 29, 2025 - 00:37
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बेसो नदी में तीन मासूम बच्चों के शव मिले, जांच शुरू - Netaa Nagari
बेसो नदी में तीन मासूम बच्चों के शव मिले, जांच शुरू - Netaa Nagari

बेसो नदी में तीन मासूम बच्चों के शव मिले, जांच शुरू

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कम शब्दों में कहें तो, आजमगढ़ और जौनपुर की सीमा पर स्थित बेसो नदी में रविवार की शाम तीन मासूम बच्चों के शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। यह घटना दीदारगंज थाना (आजमगढ़) और खेतासराय थाना (जौनपुर) की सीमा पर हुई। बेसो नदी में मिले बच्चों के शव

घटना का विवरण

मिली जानकारी के अनुसार, भादो-सोगर मार्ग के पास मछली पकड़ रहे कुछ ग्रामीणों ने देखा कि नदी में एक बेडशीट में लिपटे शव बह रहे हैं, जिनके साथ पटिया और बालू बंधा हुआ था। ग्रामीणों ने तुरंत उक्त जानकारी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही दीदारगंज थाना प्रभारी के साथ-साथ खेतासराय थाना प्रभारी भी मौके पर पहुंचे और शवों को नदी से बाहर निकाला।

शवों की पहचान

बरामद किए गए शवों में एक आठ वर्षीय लड़का, एक छह वर्षीय लड़की और एक दो वर्षीय लड़का शामिल हैं। आश्चर्यजनक रूप से सभी शव पूरी तरह नग्न थे और उनके हाथ-पैर काले धागे से बंधे हुए थे। इस डरावने दृश्य ने पूरे क्षेत्र में भय और दहशत का माहौल बना दिया है।

सीमाओं के विवाद

शवों की बरामदगी के बाद, आजमगढ़ और जौनपुर पुलिस के बीच सीमा विवाद देखने को मिला, जो लगभग एक घंटे तक चला। इसके बाद लेखपालों की सहायता से सीमा का सही सटीकरण किया गया, और तब जौनपुर की खेतासराय पुलिस ने शवों को अपने कब्जे में लिया।

पुलिस जांच की दिशा

प्रारंभिक जांच के आधार पर, पुलिस को संदेह है कि ये शव सरायमीर थाना क्षेत्र के कौराहगनी गांव निवासी रमेश बनवासी के बच्चों के हो सकते हैं। इस गांव के रहने वाले रमेश के पांच बच्चे बीमार थे, जिनमें से तीन की मृत्यु हो चुकी है जबकि दो अभी भी बीमार हैं।

स्थानीय लोगों में आक्रोश

इस घटना ने स्थानीय समुदाय में भय और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। लोगों में असुरक्षा की भावना बढ़ गई है और वे प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और घटनास्थल पर साक्ष्यों की तलाश जारी है। पुलिस की तत्परता और कार्यवाही इस मामले में बहुत महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि यह न केवल एक हत्या का मामला हो सकता है बल्कि बच्चों के खिलाफ क्रूरता का मामला भी बनता है।

इस भयावह घटना ने सभी के मन में एक सवाल खड़ा किया है कि आखिर समाज में ऐसी घटनाएँ क्यों हो रही हैं और हम इसे रोकने के लिए क्या कदम उठा सकते हैं। लोगों को अब जागरूक होने की आवश्यकता है ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

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टीम नेटaa नगरी, संगीता

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